मेडल जीतने का सफर जारी रख सकेंगे अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सुमित सांगवान

 


मेडल जीतने का सफर जारी रख सकेंगे अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सुमित सांगवान


यशपाल वर्मा, करनाल। हरियाणा के बॉक्सरों के लिए आइकॉन बने सुमित सांगवान बचपन से ही संघर्षशील रहे हैं। बेदाग करियर के दम पर वह आगे भी मेडल जीतने के सफर को जारी रख सकेंगे। राष्ट्रीय डो¨पग निरोधक एजेंसी (नाडा) ने उन पर लगाया एक साल का प्रतिबंध हटा लिया है। गांव शेखपुरा सोहाना निवासी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सुमित सांगवान ने 11 वर्ष की उम्र से अपने करियर की शुरुआत की थी और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।


अप्रैल-2012 में अस्ताना में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुमित सुर्खियों में आए। लंदन ओलंपिक-2012 में भाग ले चुके सांगवान 91 किलोग्राम भार वर्ग के मुकाबले खेलते रहे हैं। सुमित के अनुसार टोक्यो ओलंपिक-2020 क्वालीफायर ट्रायल के लिए उनके पास चांस है और उसके लिए महासंघ को अर्जी दी है