मीराबाई चानू ने तोड़ा अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड, नेशनल चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदक
पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने मंगलवार को राष्ट्रीय भारोत्तोलन चैंपियनशिप के 49 किग्रा वर्ग में 203 किग्रा वजन उठाकर अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता।
मणिपुर की इस 25 साल की खिलाड़ी ने स्नैच में अपने दूसरे प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया जबकि क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा के साथ उन्होंने कुल 203 किग्रा वजन उठाया।
मंगलवार के इस प्रयास के साथ विश्व रैंकिंग में मीराबाई चीन की जियांग हुईहुआ (212 किग्रा) और हाऊ झीहुई (211 किग्रा) तथा कोरिया की री सोंग गुम (209 किग्रा) के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गई हैं।
इससे पहले मीराबाई का राष्ट्रीय रिकार्ड 201 किग्रा का था जो उन्होंने पिछले साल सितंबर में थाईलैंड में विश्व चैंपियनशिप के दौरान बनाया था जहां वह चौथे स्थान पर रहीं थी।
मणिपुर की इस 25 साल की खिलाड़ी ने स्नैच में अपने दूसरे प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया जबकि क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा के साथ उन्होंने कुल 203 किग्रा वजन उठाया।
मंगलवार के इस प्रयास के साथ विश्व रैंकिंग में मीराबाई चीन की जियांग हुईहुआ (212 किग्रा) और हाऊ झीहुई (211 किग्रा) तथा कोरिया की री सोंग गुम (209 किग्रा) के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गई हैं।
इससे पहले मीराबाई का राष्ट्रीय रिकार्ड 201 किग्रा का था जो उन्होंने पिछले साल सितंबर में थाईलैंड में विश्व चैंपियनशिप के दौरान बनाया था जहां वह चौथे स्थान पर रहीं थी।
मीराबाई की नजरें ओलंपिक पदक पर
मीराबाई ने महिला 49 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, 'मैंने आज 207 किग्रा वजन उठाने का प्रयास किया लेकिन संतुलन बिगड़ गया लेकिन मुझे भरोसा है कि मैं एशियाई चैंपियनशिप में 210 किग्रा वजन उठा पाऊंगी। मगर सबसे अहम चीज चोट मुक्त रहना है जो हमारे खेल में काफी आम चीज है। इसलिए मैं सतर्क हूं।'
मीराबाई साथ ही अपने खानपान पर भी ध्यान दे रही हैं जिससे कि नूर सुल्तान में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप से पहले अपने वजन पर नियंत्रण रख सकें जो अंतिम ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है।
मीराबाई साथ ही अपने खानपान पर भी ध्यान दे रही हैं जिससे कि नूर सुल्तान में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप से पहले अपने वजन पर नियंत्रण रख सकें जो अंतिम ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है।